क्यों केजरी, राहुल को सैनिकों की शहादत पर याद नहीं आती, पर आत्महत्या पर बेशर्म राजनीती शुरू हो जाती है ?



किसी मृत के प्रति सहानुभूति जताने का इससे बेहतर तरीका पता है आपको? खुशी ऐसे छलक रही जैसे कुत्ते को हड्डी दिख गया हो।..........................असहिष्णु मुरली

The MF politicians who speak language of our enemy and insult our security forces every other moment are now pretending to be the biggest champions of OROP..................Anup Singh

केजरीवाल और राहुल गाँधी को सैनिकों की शहादत पे याद नहीं आती, आत्महत्या पर आती है??...Sunil M Gupta


तीन दिन पहले सरहद पर पाकिस्तान की गोलीबारी में आठ सिविलियन मारे गए थे, किसी सेकुलर नेता ने कोई आवाज नहीं उठाई।सिमी के आठ आतंकवादियों की मौत पर सबके सब दलाल भौकने लगे हैं रुदाली रोना शुरु कर दिए हैं।यहाँ तक कि साजिश भी शुरू कर दिए हैं, हो न हो ये OROP मामले में सुसाइड केस किसान गजेंद्र सुसाइड केस से मिलता जुलता लग रहा है।....................Abhishek Gupta


मम्मा मम्मा ! ....मुद्दा मिल गया है !


How is someone who committed suicide a Shaheed???........Anup Singh
Anyone who commits suicide is a psychiatric patient who needs help not political egging on and exploitation.........................Vikram Achreja